बिहार के माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक नियोजन में मेघा सूचि का निर्माण इस तरह से किया जाता हैं.
सबसे पहले हम जान लेते हैं की माध्यमिक स्कूल आप जिसे हाईस्कूल के नाम से भी जानते है
में शिक्षकों की बहाली में मेघा सूचि का निर्माण किस तरह से होता हैं इसके बारे में आपको
स्टेप वाइज (बारी-बारी) सभी जानकारी दी जाएगी जिससे आप काफी आसानी से समझ सकते हैं-
स्टेप(1) में आपको स्नातक (ग्रेजुएशन) का कुल अंक यानि आपने स्नातक में
कुल कितना मार्क्स (टोटल नंबर) लाया हैं और उनके प्राप्त अंको का प्रतिशत क्या
हैं.ये आपको निकलना होगा .
अर्थात
स्नातक का कुल अंक -प्राप्त अंको का प्रतिशत
स्टेप(2) में फिर आपको उच्च माध्यमिक / इंटरमीडिएट /+2 परीक्षा में कुल कितना
मार्क्स (नंबर) आया हैं और उसका प्रतिशत कितना निकालने पर आ रहा हैं.
अर्थात
उच्च माध्यमिक इसी को हम इंटरमीडिएट अर्थात +2 भी कहते हैं इस परीक्षा का
कुल अंक (मार्क्स) -प्राप्त अंकों का प्रतिशत.
स्टेप(3) में माध्यमिक परीक्षा में आपने कितना मार्क्स लाये हैं और
उन मार्क्स का प्राप्तअंको का प्रतिशत (परसेंटेज) क्या हैं.
अर्थात
10 वीं (मैट्रिक) परीक्षा का कुल अंक -प्राप्त अंको का प्रतिशत.
स्टेप(4) में आपको बीएड का कुल अंक यानि आपने बीएड परीक्षा में
कुल कितना मार्क्स (नंबर) लाया हैं और उनके प्राप्त अंको का प्रतिशत
क्या हैं.ये आपको निकलना होगा .
अर्थात
10 वीं (matric) परीक्षा का कुल अंक -प्राप्त अंको का प्रतिशत.
अब आपको मेघा अंक जानने के लिए आपको ऊपर अंकों के 4 प्रतिशत
(%) में कुल योग (कुल)को 4 से विभाजित (भाग) किया जाएगा एवं प्राप्त
परिणाम योग्यता अंक होगा.
अर्थात
स्टेप (1)+स्टेप (2)+स्टेप (3)+स्टेप (4) सभी के प्राप्त
अंको का प्रतिशत को जोड़कर जो कुल प्रतिशत निकलता
है उसमे फिर 4 से भाग दे दीजिए जो प्रतिशत निकलेगा
वहीं आपका मेघा अंक होगा।
ध्यान देने वाली बात ये है कि नियुक्ति
के विषय /विषय समूह में प्रतिशत के साथ
स्नातक (ग्रेजुएट) होने पर 5 अतिरिक्त
अंक योग्यता अंक में जोड़ा जायेगा.