बिहार शिक्षक बहाली में बिहार टेट पास अभ्यर्थियों को मिले प्राथमिकता.
बिहार में 100000 से भी ज्यादा शिक्षकों की बहाली (नियोजन) प्रक्रिया अगले माह यानी सितंबर शुरू होने जा रहे है। बिहार टेट सीटेट पास अभ्यर्थी काफी लंबे समय से शिक्षक बहाली प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में बिहार सरकार ने अचानक ये नोटिस जारी किया की अब शिक्षक बहाली (शिक्षक नियोजन) के लिए अभ्यर्थियों से आवेदन 18 सितंबर से ली जाएगी। इससे पहले 26 अगस्त से आवेदन पत्र जमा करना की बात कही थी लेकिन फिर बाद में विभाग (अधिकारी) को यह फैसला लेना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार शिक्षा विभाग ने नियमावली में बदलाव किया है और अब कक्षा 1 से लेकर 5 तक में शिक्षक बनने के नियमों में कुछ बदलाव किया है।
बिहार सरकार शिक्षा विभाग ने जो नई नियमावली जारी की है उसके अन्तर्गत कक्षा 1 से लेकर 5 वीं तक के शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया में अब B.Ed वाले अभ्यर्थियों से भी आवेदन लिया जाएगा। यहां आप आपको बता दे कक्षा 1 से लेकर के 8 तक में शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थियों से जो आवेदन लेने की तारीख तय की थी उसमें बिहार सरकार शिक्षा विभाग ने 26 अगस्त की तारीख तय की थी। लेकिन अब इसमें कुछ बदलाव किया है अब 18 सितंबर से अभ्यर्थियों के द्वारा आवेदन लिया जाएगा।
ऐसे में आपको बता दे यहां पर एक ब्रेकिंग न्यूज़ आप सभी अभ्यार्थियों के लिए कि बिहार सरकार के सचिवाय में टीईटी (टेट) पास तरह-तरह के अभ्यर्थी आवेदन कर रहे हैं।
बिहार टीईटी (बिहार टेट) पास अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें शिक्षक बहाली (शिक्षक नियोजन) की प्रक्रिया में पहली प्राथमिकता मिलनी चाहिए उसके बाद सीटेट की परीक्षा में पास अभ्यर्थियों को लेना चाहिए। दूसरी तरफ एनआईओएस से डीएलएड करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें पहली प्राथमिकता मिलना (पहले) चाहिए। क्योंकि वे पहले से शिक्षक है और शिक्षक को हमेशा से प्राथमिकता देना चाहिए क्योंकि उनके पास बच्चों को पढ़ाने और समझाने का अच्छा अनुभव है। बच्चों को पढ़ाने का अनुभव है इसलिए उन्हें प्राथमिकता (पहले) मिलनी चाहिए।
इसके बाद बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को प्राथमिकता मिलना चाहिए फिर जो सीटें बच जाएगी उन सभी सीटों पर सीटेट की परीक्षा में पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानी चाहिए।
बिहार सरकार शिक्षा विभाग ने दिया वाली में बड़ा बदलाव किया है वर्ष 2012 की नियमावली के आधार पर शिक्षकों की भारी होने जा रही है। 2012 की नियमावली में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि सीटेट या फिर बीटेट को प्राथमिकता मिले। बिहार शिक्षक बहाली नियमावली 2012 के अंतर्गत स्पष्ट दिया गया है बिहार टेट और सीटेट दोनों एक समान है और किसी भी अभ्यर्थी को प्राथमिकता नहीं मिलेगी
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