niyojit shikshako के saman kaam saman vetan मामले पर सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई 25 सिंतबर को


niyojit shikshako के saman kaam saman vetan मामले पर सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई 25 सिंतबर को
niyojit shikshako के saman kaam saman vetan मामले पर सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई 25 सिंतबर को


बिहार के 3 लाख 65 हजार नियोजित शिक्षकों(niyojit shikshako) के समान काम व समान वेतन मामले पर सुनवाई
19 सितंबर को पूरी नहीं हो पाई अब पुनः इस मामले की अगली सुनवाई 25 सितंबर को निर्धारित की गई है। कोर्ट में
केंद्र सरकार(kendra sarkar) का पक्ष रखते हुए अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने एक बार फिर से दोहराया
कि बिहार के नियोजित शिक्षकों (niyojit shikshako) को समान काम के बदले समान वेतन नहीं दिया जा
सकता है। क्योंकि इसके दायरे में नियोजित शिक्षक(niyojit shikshak) नहीं आते हैं।जैसे कि आप सब जानते हैं
कि समान काम समान वेतन (saman kaam saman vetan) की सुनवाई अंतिम चरणों में है। राज्य के सभी शिक्षक संघों ने अपने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से
माननीय सर्वोच्च न्यायालय (suprime court) में शिक्षकों का पक्ष रखने में अपनी क्षमता अनुसार छाप रहे हैं।
अब इस मामले की सुनवाई अंतिम व निर्णायक स्थिति में है,नियोजित शिक्षकों (niyojit shikshakon) को समान काम के बदले समान वेतन मिलना तय है। अब तक कि सुनवाई से सभी शिक्षक संघ के प्रतिनिधि अवगत है कि इस मामले की सुनवाई को लेकर के अब
यह मामला अंतिम चरणों में है फैसला कभी भी हो सकता है।
समान काम समान वेतन (saman kaam saman vetan) का मामला निर्णायक स्थिति में पहुंच चुका है।
साथ ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय (suprime court) ने भी अब हर तरह से इस मामले को समझ लिए है।
बता दें कि 19 सितंबर 2018 की सुनवाई अंत होने के समय माननीय न्यायाधीश के द्वारा यह स्पष्ट कर दी गई थी कि केंद्र सरकार (kendra sarkar) अटार्नी जनरल की बात समाप्त होने पर शिक्षकों की ओर से एक
अधिवक्ता ही सिर्फ जवाबी पक्ष रखेंगे इससे साफ जाहिर होता है कि समान काम समान वेतन
(saman kaam saman vetan) का फैसला हो सकता है।
शिक्षकों की ओर से कोई एक अधिवक्ता ही अपना पक्ष रखें यह बातें कह दी है इसीलिए
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल (kapil sibbal) ही होंगे अटार्नी जनरल को जवाब न्यायालय
के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इनके जवाब पक्ष से ही सभी अधिवक्ताओं का पक्ष सहमत होगा।
न्यायाधीश (justice) ने स्पष्ट कर दिया है कि इसके बाद राज्य सरकार के अधिवक्ता अपना कम समय में देंग
ताकि सुनवाई समाप्त हो सके बिहार के सभी शिक्षकों का मानना है 25 सितंबर को अंतिम सुनवाई ह
सुप्रीम कोर्ट (suprime court) में समान काम समान वेतन (saman kaam saman vetan) पर।

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